Published by at August 14, 2018 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के समय दुनिया की जनसंख्या लगभग उतनी ही थी जितनी आज अकेले भारत की है। आज भारत की फिर से एक और स्वतंत्रता संग्राम की आवश्यकता है। बढ़ती आबादी के बोझ से स्वतंत्रता। आजादी की 72 वीं वर्षगांठ के अवसर पर आज मेरे द्वारा भारत की जनसंख्या से जुड़े कुछ तथ्य साधारण भाषा में इस देश के समक्ष रखने का प्रयत्न किया जा रहा है।